दिल्ली: आम आदमी पार्टी के नेता संदीप भारद्वाज ने किया सुसाइड, मामले की जांच जारी।
आम आदमी पार्टी के ट्रेड विंग सचिव संदीप भारद्वाज की मौत हो गई है। उनकी लाश उनके घर में फंदे से लटका हुआ मिला। संदीप भारद्वाज के एक दोस्त ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया, लेकिन पहले ही उनकी मृत्यु हो चुकी थी। पुलिस द्वारा जानकारी दी गई है कि इस मामले को लेकर कोई सुसाइड नोट उन्हें नहीं मिला है।
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नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के ट्रेड विंग सचिव संदीप भारद्वाज ने वीरवार को अपने राजौरी गार्डन में स्थित आवास में सुसाइड कर लिया। उनका शव उनके घर में फंदे से लटका हुआ मिला। पुलिस द्वारा इसकी जानकारी दी गई है। मिली जानकारी के अनुसार संदीप भारद्वाज को उनके एक दोस्त ने ‘कुकरेजा अस्पताल’ में पहुंचाया था।

पुलिस द्वारा जानकारी दी गई है कि, ‘शाम करीब 4.40 बजे राजौरी गार्डन के कुकरेजा अस्पताल से एक पीसीआर कॉल मिली कि एक व्यक्ति जिसका नाम संदीप भारद्वाज है को घर पर फंदे में लटका हुआ पाया गया है। जिसके बाद क्राइम टीम को घटनास्थल पर बुलाया गया।’
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किया ट्वीट
इसके बीच में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने संदीप भारद्वाज के निधन पर दुख व्यक्त किया और शोक व्यक्त किया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता संदीप भारद्वाज के दिल्ली में आकस्मिक निधन से अत्यंत दुखी हूं। ईश्वर उनकी आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों के साथ हैं और पूरी पार्टी उनके परिवारजनों के साथ खड़ी है।’
घर से कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला
ऐसी संभावना जताई जा रही है कि संदीप भारद्वाज द्वारा आत्महत्या किया गया है। लेकिन पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार जांच के दौरान कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला है। ये मामला ऐसे मौके पर सामने आया है जब दिल्ली में अगले महीने के 4 दिसंबर को एमसीडी के चुनाव होने वाले हैं। वोटों की गिनती 7 दिसंबर को होगी।
मिली जानकारी के अनुसार संदीप भारद्वाज भी ‘ आम आदमी पार्टी’ के जरिए रमेश नगर से एमसीडी के चुनाव का टिकट लेने का प्रयास कर रहे थे लेकिन जब उन्हें टिकट नहीं मिला तो उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया था।
MCD चुनाव के टिकट न मिलने से थे परेशान
संदीप भारद्वाज के एक करीबी दोस्त द्वारा बातचीत में जानकारी दी गई है कि ‘एक ये भी कारण हो सकता है कि वो काफी समय से चुनाव को लड़ने की तैयारी में जुटे हुए थे। आम आदमी पार्टी की स्थापना के समय से ही वह पार्टी के साथ जुड़े हुए थे। वह यहां के विधायक शिव चरण का कामकाज देखा करते थे। इनसे टिकट देने का वादा किया गया, लेकिन टिकट नहीं मिला। कहीं न कहीं उसी का धक्का उन्हें लगा जिसे वे बर्दाश्त नहीं कर पाए। शायद इसलिए उन्होंने सुसाइड कर लिया।’