Admission Fraud: मेडिकल में एडमिशन के नाम पर पैसे ठगने वाले गैंग के खिलाफ खुला ऑनलाइन मोर्चा; देशभर में 100 करोड़ से अधिक की ठगी।
सार
Admission Fraud: मेडिकल कॉलेज में एडमिशन दिलाने के नाम पर पूरे देशभर में 100 करोड़ से ज्यादा की ठगी करने वाले गैंग के खिलाफ पीड़ित लोग हाईटेक जंग लड़ रहे हैं। वे लोग ई-मेल और ट्विटर के जरिए मुख्यमंत्री, गृहमंत्रालय, डीजीपी से लेकर अनेकों अधिकारियों के पास लगातार शिकायतें कर रहे हैं ताकि आरोपी ठगों को जेल पहुंचाया जा सकें।
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विस्तार
बीते चार वर्षो में यह गैंग अलग अलग शहरों में ठगी का काम कर चुका है। मेडिकल कॉलेजो में एडमिशन दिलाने के नाम पर लोगों को ठगने वाले इस गैंग के खिलाफ लड़ी जा रही इस लड़ाई में दिल्ली के अधिवक्ता निर्मल चंद, प्रीति भाटिया, गोवा के मनोज कुमार, मल्लिकार्जुन और बशीर खान आदि लगे हुए हैं। उन सभी का कहना है कि इस गैंग के सभी लोग पकड़े जाएं और उनसे ठगे गए सारे पैसा उनको वापस मिल सके, इसका प्रयास किया जा रहा है। जिसके लिए वे सब आपस में मिलकर जूम मीटिंग कर आगे की कार्रवाई के बारे में आपस में सोच – विचार करते हैं।
आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की रणनीति
व्हाट्सऐस के जरिए पूरे देशभर में इस गैंग द्वारा ठगे गए अन्य पीड़ित लोगों से जुड़कर उनसे आपस में सारी जानकारियां साझा करते हैं और अपने-अपने क्षेत्रों में आरोपियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई के लिए रणनीति बनाते हैं। इसके अलावा ई-मेल और ट्विटर के जरिए भी मुख्यमंत्री, गृहमंत्रालय, डीजीपी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत करते है और इस मामले की कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो इसके लिए दबाव बनाते हैं। सभी पीड़ितों ने आपस में मिल कर एक वकील भी हायर किया है, जिसके जरिए वह ठगों के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ने की भी तैयारी कर रहे हैं।

जाने पूरा मामला
इस गैंग ने सेक्टर-63 के डी ब्लॉक में कैरियर जंक्शन के नाम से एक ऑफिस खोल रखा था, जिसमे मेडिकल कॉलेजो में एडमिशन के लिए एग्जाम देने वाले स्टूडेंट्स और उनके परिवार वालों से संपर्क किया और उन से लाखों रुपये लेकर उन्हें एक फर्जी एडमिशन लेटर पकड़ा दिया। जब पीड़ित लोग 19 दिसंबर को ठगों द्वारा बताए गए कॉलेज में काउंसिलिंग के लिए पहुंचे तो उन्हें फर्जीवाड़े के बारे में पता चला था।
इस मामले में पुलिस द्वारा जीशान, सुनील और वैशाली के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। वही, इस गैंग के लीडर नीरज सिंह का अभी तक कुछ पता नहीं चल सका है। इस मामले में तसकीर अहमद खान, रितिक सिंह वैन्स और वैशाली पाल को गिरफ्तार किया गया है।
लीडर ने करोड़ों का किया ठग
पुलिस का मानना है कि इस गैंग के लीडर नीरज सिंह ने अब तक लोगों को ठग कर एक हजार करोड़ से भी ज्यादा का अपना एंपायर खड़ा कर चुका है। उसने साल 2019 में नोएडा के सेक्टर-62 में कैरियर एडमिशन काउंसलिंग प्राइवेट लिमिटेड और क्रैक योर कैरियर के नाम से अपना ऑफिस खोल रखा था जिसमें उसने ठगी की थी। इसके अलावा नीरज सिंह के ऊपर अपने ही गैंग के संजीव रावत और रोशन नाम के व्यक्तियों की हत्या का भी आरोप है।
डीसीपी ने क्या कहा?
नोएडा जोन-2 के डीसीपी आरबी सिंह ने बात करते हुए कहा कि गैंग के लीडर नीरज सिंह को गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है। वह जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होगा। इस मामले को लेकर एक मुकदमा दर्ज किया जा चुका है और उसी में अन्य पीड़ितों की तहरीर को भी शामिल किया जा रहा है।
दफ्तर खोलकर फंसाया लोगों को
नोएडा समेत कई राज्यों में कैरियर जंक्शन के नाम से दफ्तर खोला और सैकड़ों स्टूडेंट्स और उनके पेरेंट्स से सौ करोड़ से भी ज्यादा की ठगी करने वाले इस पूरे गैंग का मास्टर माइंड नीरज सिंह है। उसके द्वारा इस बार नोएडा में अजय अरुण के नाम से ठगी की थी। उसके अन्य पुराने साथी भी यहां पर हुए इसी ठगी के धंधे में शामिल थे, जिन्हें एक साल पहले ही बिहार पुलिस द्वारा जेल भेजा गया था। अप्रैल 2022 में नीरज सिंह को बिहार की बेऊर जेल से नोएडा की लुक्सर जेल में शिफ्ट कर दिया गया था। जिसके बाद, यहां से वह 17 जून को रिहा कर दिया गया था।