Agniveer Job: केंद्र सरकार ने अग्निवीरों के लिए BSF में 10% आरक्षण की घोषण की, आयु-सीमा में भी मिलेगी छूट, शर्तें हुई लागू

नई दिल्ली: केंद्र सरकार द्वारा BSF की रिक्तियों में पूर्व-अग्निवीरों के लिए 10% आरक्षण की घोषणा की गई है। इसके साथ ही ऊपरी आयु-सीमा मानदंडों में भी छूट दी गई है। जो इस बात पर निर्भर करता है कि उम्मीदवार अग्निवीरों के पहले बैच का हिस्सा हैं या बाद के बैचों का। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक नोटीफिकेशन के जरिए यह घोषणा की है। जिसे 6 मार्च 2023 को जारी किया गया है।
इसे लागू करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स, जनरल ड्यूटी कैडर रिक्रूटमेंट रूल्स, 2015 में संशोधन किया गया है, जो 9 मार्च 2023 से लागू हो चुका है।
नोटिफिकेशन में कही गई बातें
गृह मंत्रालय के नोटिफिकेशन के अनुसार कॉन्स्टेबल पद के लिए अग्निवीरों के पहले बैच के कैंडिडेट्स को ऊपरी आयु सीमा में 5 साल की छूट दी जाएगी। वहीं, इसके बाद के सभी बैचों के उम्मीदवारों को ऊपरी आयु सीमा में 3 साल की छूट दी जाएगी।
नोटिफिकेशन के अनुसार, BSF में भर्ती होने के लिए आवेदन करने वाले पूर्व-अग्निवीरों को ‘Physical Efficiency Test’ से छूट दी जाएगी। गौरतलब है कि केंद्र सरकार 4 वर्ष का कार्यकाल पूरा करने के बाद देश की तीनों सेनाओं से रिलीज होने वाले ज्यादा से ज्यादा ‘अग्निवीरों’ को नियमित करने के लिए कई प्रकार से उपायों की घोषणा कर रहा है। इसके तहत केंद्रीय गृह मंत्रालय लगभग सभी केंद्रीय सशस्त्र बलों जैसे CRPF, CISF, असम राइफल्स, ITBP, SSB, BSF में पूर्व अग्निवीरों के लिए 10% तक आरक्षण की घोषणा कर चुका है। रक्षा मंत्रालय द्वारा भी सैन्य बलों के अतिरिक्त अपने अन्य विभागों में पूर्व अग्निवीरों के लिए आरक्षण की घोषणा की गई है।
वहीं, प्राइवेट सेक्टर की कई बड़ी कंपनियों जैसे, महिंद्रा और टाटा ने भी वायु, थल और जल सेना से 4 साल बाद रिटायर होने वाले अग्निवीरों को नौकरियों में प्राथमिकता देने का ऐलान किया है। इसके अलावा अधिकतर राज्य सरकारों द्वारा प्रांतीय सशस्त्र बलों की भर्ती में पूर्व अग्निवीरों के लिए आरक्षण का ऐलान किया गया है।
क्या है ये अग्निपथ योजना
केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा 14 जून 2022 को भारतीय युवाओं के लिए सशस्त्र बलों में सेवा करने की भर्ती योजना की शुरुआत की गई थी। इस योजना को अग्निपथ का नाम दिया गया था।
- इस योजना के तहत भर्ती हुए उम्मीदवारों को 4 साल की अवधि के लिए अग्निवीर के रूप में नामांकित किया जाएगा।
- इनका प्रशिक्षण 10 हफ्ते से 6 महीने तक का होगा।
- इन्हें साल में कुल 30 दिन की छुट्टी और मेडिकल लीव अलग से (मेडिकल चेकअप पर निर्भर) दी जाएंगी।
- अग्निवीर भारतीय सेना में एक अलग रैंक होगी।
इसके अलावा, इस योजना के तहत अग्निवीरों को किसी भी तरह का पेंशन, ग्रेच्युटी, एक्स सर्विंसमैन की तरह हेल्थ स्कीम- ECHS, कैंटीन स्टोर डिपार्टमैंट, एक्स सर्विंसमैन का स्टेट्स और अन्य समान लाभ नहीं दिए जायेंगे। सर्विस के दौरान डियरनेस अलॉउस एंड मिलिट्री सर्विस पे भी नहीं दिया जाएगा। इसके अलावा, रिस्क हार्डशिप, राशन, यूनिफॉर्म, ट्रेवल जैसे भत्ते दिये जाएंगे। सर्विस के दौरान यूनिफॉर्म पर विशिष्ट प्रतीक चिन्ह होगा। वहीं सेना के जवानों को जो सम्मान और अवार्ड्स दिए जाते हैं वे सभी दिए जायेंगे। हालांकि, सर्विस के दौरान सेना की मेडिकल एवं कैंटीन सुविधाएं अग्निवीरों को दी जाएगी।
अग्निवीरों के प्रकार और उनकी योग्यता
जनरल ड्यूटी अग्निवीर (तीनों सेनाओं में)
- 10वीं/मैट्रिक में न्यूनतम 45% अंक और 33% प्रत्येक विषय में अंक,
- वह बोर्ड जो ग्रेडिंग सिस्टम को फॉलो करते हैं।
- उनमें हर एक विषय में न्यूनतम D ग्रेड और कुल मिलाकर C2 ग्रेड होना अनिवार्य है।

टेक्निकल अग्निवीर (तीनों सेनाओं में)
- 12वीं कक्षा में फिजिक्स, कैमिस्ट्री, मैथ और इंग्लिश में 50% अंक प्राप्त होने चाहिए।
- इन चारों विषयों में न्यूनतम 40% अंक हो।
क्लर्क/स्टोर कीपर, टेक्निकल अग्निवीर (तीनों सेनाओं में)
- 12वीं कक्षा पास, हर विषय में न्यूनतम 50% अंक होना चाहिए।
- एग्रिगेट 60% अंक होना चाहिए।
- मैथ/अकाउंट/बुक किपिंग में 12वीं कक्षा में 50% अंक होने अनिवार्य हैं।
ट्रेड्समैन अग्निवीर (तीनों सेनाओं में)
- 8वीं और 10वीं पास होना चाहिए।
- पहले बैच के लिए अग्निवीरों की योग्यता आयु 17.5 से 23 वर्ष की गयी है।
- रक्षा मंत्रालय द्वारा साफ किया गया है कि यह आयु सीमा केवल इस बार की भर्ती के लिए होगी।
अग्निपथ योजना के तहत भर्ती नियमों में बड़ा बदलाव
- अब आईटीआई-पॉलिटेक्निक पास आउट अभ्यर्थी भी आवेदन कर सकेंगे।
- इसके अलावा प्री स्किल्ड युवा भी अग्निपथ भर्ती में हिस्सा ले सकते हैं।
- आईटीआई-पॉलिटेक्निक पास आउट टेक्निकल ब्रांच में आवेदन कर सकते हैं।
- इसमें महिलाओं को भी अवसर दिए जायेंगे।
- भारतीय नौसेना में अग्निवीर की भर्ती में 20% सीटें महिला कैंडिडेट्स के लिए आरक्षित की गई हैं।
अग्निवीरों को मिलने वाला वित्तीय फायदा
- इनकी फर्स्ट सैलरी 30,000 रुपये प्रति महीना होगी।
- जो नौकरी के 4 साल पूरे होने तक 40,000 रुपये कर दी जाएगी।
- वहीं सैलरी का 70% हिस्सा अग्निवीर के अकाउंट में जमा कििया जाएगा।
- बाकी 30% रकम सेविंग के रूप में सेवा निधि अकाउंट में जमा होगा।
- 4 साल की नौकरी पूरी होने पर अग्निवीर को कॉर्पस फंड में 10 से 12 लाख रुपये दिए जायेंगे।
- इस रकम पर किसी भी प्रकार का कोई भी टैक्स नहीं लगेगा।
- जानकारी के लिए बता दें कि पहले वर्ष में अग्निवीरों को 30000 की सैलरी, दूसरे वर्ष में 33000 की सैलरी, तीसरे वर्ष में 36500 और चौथे वर्ष में 40000 रुपये की सैलरी प्रति माह दी जायेगी।
- वहीं, 10वीं पास अग्निवीरों को 12वीं कक्षा का सर्टिफिकेट और 12वीं पास अग्निवीरों को डिप्लोमा या डिग्री का प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा।
- इसके साथ ही 48 लाख रुपये का गैर अंशदायी जीवन बीमा कवर भी दिया जाएगा।
सैलरी और रिटायरमेंट को लेकर अन्य जानकारी
- यदि, चार साल की सर्विस के दौरान अग्निवीर की मृत्यु होती है तो बीमा कवर मिलेगा।
- जिसके तहत उनके परिवार को तकरीबन 1 करोड़ की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
- वहीं, ड्यूटी के दौरान विकलांग होने पर एक्स-ग्रेशिया 44 लाख रुपये दिए जायेंगे।
- साथ ही, जितनी नौकरी बची है, उसकी पूरी सैलरी भी दी जाएगी और सेवा निधि पैकेज भी दिया जाएगा।
4 साल बाद अग्निवीरों को मिलने वाले अवसर
- चार साल के बाद अग्निवीरों को सेना के रेगुलर कैडर में शामिल होने का अवसर दिया जायेगा।
- तकरीबन 25% तक अग्निवीरों को सशस्त्र बलों में अगले 15 वर्षो तक के लिए नियमित सेवाएं देने का अवसर प्रदान किया जायेगा।
- वहीं जेसीओ/अन्य रैंक (समय के साथ बदलाव तक) भी मिल सकती है।