Heart Attack: युवाओं में बढ़ रहा हार्ट अटैक और स्ट्रोक के मामले, सर्वे में आया सामने।
Heart Attack: बीते कुछ दिनों में युवाओं और मध्यम आयु वर्ग के लोगो में हार्ट अटैक और स्ट्रोक आने के मामले तेज़ी से बढ़ते दिख रहे हैं जो एक बेहद ही चिंता का विषय बनता जा रहा है।
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विवरण
वहीं, पहले हार्ट से जुड़ी बीमारियां 50 साल के बाद के लोगों में देखने को मिलती थीं। बहुत ही कम ऐसे मामले देखने को मिलते थे जिनमें युवाओं को दिल से जुड़ी कोई बीमारी होती थी, किंतु अब हर 10 में से 2 ऐसे मरीज होते है जिनकी उम्र 40 से कम होती है और उन्हें हार्ट अटैक आ जाता है।
सबसे अधिक परेशानी की बात तो ये है कि अब 20 से 30 वर्ष के युवा में भी हार्ट अटैक के मामले देखने को मिल रहे हैं। हर साल युवाओं में दिल का दौरा पड़ने और स्ट्रोक के आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं।
सर्वे से मिली जानकारी
अभी हाल ही में, किए गए एक लोकलसर्किल्स के सर्वे में सामने आया है कि पिछले एक साल के भीतर बीमारियों का प्रतिशत 31 से बढ़कर 51 तक जा चुका है।
एक सर्वे के दौरान यह भी पता चला है कि लोगों के करीबी रिश्तेदारों और साथियों के 61 प्रतिशत लोग जो पहले ही किसी गंभीर बीमारियों से लड़ रहे हैं और वह एक या एक से अधिक बार कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे, जबकि 28 प्रतिशत लोगों का कहना है कि उनके कॉन्टेक्ट में स्ट्रोक या दिल का दौरा पड़ने वाले कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं हुए थे। भारत में हुए इस सर्वे में भारत के 357 ज़िलों के करीब 32,000 लोगों ने भाग लिया था।
क्या कोरोना वायरस के कारण बढ़ रहे स्ट्रोक के मामले?
बेंगलुरु में स्थित नारायण हेल्थ के अनुसार देश में हुए अलग-अलग स्टडी में स्ट्रोक को कोरोना के एक लक्षण के रूप में ही देखा गया है, जिसमें ये सामने आया है कि कोविड-19 के 0.9 प्रतिशत से 23 प्रतिशत मरीज़ों को स्ट्रोक आया है।

देश के युवाओं में बढ़ते हार्ट अटैक का खतरे के कारण
डायबिटीज
जिन लोगो को डायबिटीज की समस्या होती है उनमें हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। डायबिटीज के मरीजों में 2- 4 गुना अधिक हार्ट अटैक का खतरा रहता हैं। ब्लड में शुगर लेवल बढ़ने से हार्ट वैसेल्स में फैट जमने लगता है। जिस कारण सूजन बढ़ जाती है और ऐसे लोगों में हार्ट अटैक का खतरा अधिक होता है।
हाइपरटेंशन
हाइपरटेंशन मतलब हाई ब्लड प्रेशर दिल की बीमारियों को तेजी से बढ़ाता है। हाई ब्लड प्रेशर के कारण हार्ट की मसल्स मोटी होने लगती हैं जिसस ब्लड वैसेल्स को नुकसान होता है। ऐसे लोगों को हार्ट अटैक का खतरा अधिक रहता है।
मोटापा
जिन लोगों का वजन अधिक होता है उन्हें दिल के दौरे का खतरा ज्यादा होता है। चाहें आप शरीर से हेल्दी ही क्यों न हों लेकिन ओवेसिटी मतलब मोटापा आपको रिस्क पॉइंट पर ले जा सकता है। जहां आपको कई तरह की बीमारियां परेशान कर सकती हैं। वजन अधिक होने के कारण हार्ट, डायबिटीज और हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या होने लगती है। जिससे हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती है।
धूम्रपान
आज कल के युवाओं में हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़ने की एक बड़ी वजह धूम्रपान भी है। आज कल युवाओं में सिगरेट पीना एक फैशन बन गया है जिस कारण उनमें हार्ट अटैक का खतरा दिन पर दिन कई गुना अधिक बढ़ता जा रहा है।
सिगरेट में निकोटिन और कई अन्य हानिकारक पदार्थ पाए जाते हैं जो हार्ट रेट को बढ़ा देते हैं जिससे हाई ब्लड प्रेशर की समस्या भी पैदा होने लगती है। जिस वजह से हार्ट अटैक का खतरा भी रहता है।
ड्रग्स
दिल के लिए ड्रग्स भी बेहद खतरनाक होता हैं क्योंकि इससे हार्ट बहुत ही तेजी से धड़कता है और ब्लड प्रेशर भी बढ़ने लगता है। कोकीन जैसे ड्रग्स आपके ब्लड प्रेशर को बढ़ाने लगता हैं। जिस कारण ब्लड वैसेल्स टाइट होने लगती हैं और बल्ड प्रेशर बढ़ने लगता है। जिससे हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती है।
ऊपर बताए गए इन सभी चीजों से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता हैं।
हार्ट अटैक के सामान्य लक्षण
# सांस लेने में परेशानी होना।
# सामान्य से अधिक पसीना आना
# सीने में तेज दर्द का होना।
# प्रेशर, हैवीनेस और टाइटनेस जैसा महसूस होना।
# पेट में गैस जैसी फीलिंग्स होना।
इससे बचाव के लिए जीवन में अपनाएं ये उपाय
# मानसिक तनाव को कम करें।
# शरीर के बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करें।
# भोजन में तेल, घी और मसालों का इस्तेमाल कम करें।
# अपने वजन को कंट्रोल में करें।
# अपना शुगर लेवल नियंत्रण में रखें।
# प्रतिदिन सुबह वॉक पर जाएं और हल्की-फुल्की एक्सरसाइज को अपने डेली रूटीन में अवश्य शामिल करें।
# उन एक्सरसाइजेस को करने से बचें, जिनसे दिल पर अधिक दबाव पड़ता हो।
# भोजन में फल, सलाद और सब्जियों का अधिक सेवन करें।
# साथ ही, समय-समय पर अपने हेल्थ की जांच कराते रहें, जिससे कोलेस्ट्रॉल, शुगर, वजन, लीवर की कंडीशन के बारे में पता चल सके और अगर किसी प्रकार की कोई समस्या हो तो समय से रहते इसे कंट्रोल किया जा सके।
हल्के मे न ले हार्ट अटैक को युवा
यदि कोई युवा इस बात को सोचकर लापरवाही कर रहे है कि उनकी उम्र कम है और कम उम्र वालों को हार्ट अटैक से कोई खतरा नहीं है तो वह बिल्कुल गलत सोच रहे हैं। एक बार हार्ट अटैक आने के बाद से आपको कभी भी दूसरा मेजर हार्ट अटैक या स्ट्रोक आने का खतरा बना रहता हैं। इसलिए इसे समस्या को सभी युवाओं को गंभीरता से लेने की आवश्यकता है।
Disclaimer: इस लेख में दिए सलाह और सुझाव केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखे गए हैं। इन जानकारी को किसी स्पेशलिस्ट डॉक्टर की सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। इस विषय में कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।