CRPF New Uniform: नकल करने वालों पर रोक लगाने के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों को मिलेगी नई वर्दी
सार
- जल्द ही बदली जायेगी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की वर्दी।
- उनकी मुख्य वर्दी डिजिटल प्रिंट वाली वर्दी से बदली जायेगी।
- सबसे पहले सीआरपीएफ की वर्दी बदली जायेगी।
विस्तार
CRPF New Uniform: खबर के मुताबिक, सभी सेनाएं बारी – बारी से अपनी मुख्य वर्दी को डिजिटल प्रिंट वाली वर्दी में परिवर्तित करेगी। जिसके बाद इसकी नकल करना मुश्किल हो जाएगा।
केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल जल्दी ही अपनी मुख्य वर्दी को बदलेगी। जिसके बाद उन्हें निजी पार्टियों द्वारा पहनने वाले समान परिधानों में आसानी से अंतर जान सकेगा।
सूचना के अनुसार, वर्दी में डिजिटल पैटर्न को स्वीकृति दे दी गई है। जिसके बाद सेनाएं बारी-बारी से अपनी मुख्य वर्दी में बदलाव करेंगी। वहीं, अगले कुछ महीनों में, अन्य विशिष्ट इकाइयाँ भी डिजिटल प्रिंटिंग के साथ अपनी वर्दी में बदलाव कर लेंगी। जिससे नकल करना बेहद मुश्किल हो जाएगा।
बीते वर्ष, भारतीय सेना द्वारा डिजिटल प्रिंट वाली वर्दी भी पेश की गई थी। जिसके बाद वह उसे कॉपीराइट भी करवाना चाहती है। सेना द्वारा निफ्ट द्वारा बनाई गई लड़ाकू वर्दी में बदलाव किया गया है।
जानकारी के अनुसार, गृह मंत्रालय के अधिकारी सुरक्षाबलों की जरूरत के मुताबिक और वैश्विक पैटर्न का पालन करते हुए वर्दी बनाना चाहते हैं।
डिजिटल पैटर्न की वर्दी को मंजूरी देने वाले एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि डिजिटल प्रिंट को कॉपी करना बेहद कठिन है। इसको कॉपी करने के लिए विस्तृत विघटनकारी डिजाइन पैटर्न की जरूरत होती है। जो अलग – अलग रंगों में पिक्सेलित होते हैं।
CRPF इस तरह की डिजिटल प्रिंट वर्दी का इस्तेमाल करने वाला पहला देश होगा और जल्द ही बाकी अन्य भी इसका ही अनुसरण करेंगे।
वर्दी के प्रस्तावित पैटर्न को मंजूरी
“ वर्दी के सामान्य पैटर्न के साथ सबसे बड़ी चिंता का विषय है इसे अलग बनाना और ऐसा बनाना जिससे नकल करना कठिन हो। डिजिटल प्रिंट को नकल करना बेहद कठिन काम है। वहीं अगर इसे नॉन – प्रोफेशनल ढंग से बनाया जाए, तो पूरी वर्दी पर एक ही पैटर्न रखना आसान नहीं होगा। वहीं, इस वर्दी में प्रयोग होने वाले कपड़े सूती और पॉलिएस्टर के होंगे, जो केवल 20% होंगे। एक शीर्ष अधिकारी ने एक न्यूज़ चैनल से बात करते हुए कहा कि सभी बलों द्वारा वर्दी के प्रस्तावित पैटर्न और स्ट्रक्चर को मंजूरी दे दी गई है। ये बदलाव तत्काल प्रभाव से लागू करना शुरू हो जाएगा।”
जानकारी के मुताबिक, CRPF की नक्सल विरोधी कोबरा इकाई जैसी ये डिजिटल प्रिंट पहले से ही कुछ स्पेशल विंग्स के पास हैं। अधिकारियों के अनुसार सुरक्षाबलों की वर्दी जैसी मिलते – जुलते कपड़े पहनने वाले संदिग्धों की पहचान करना सरल हो जायेगा।
संदिग्धों को पहचानना आसान
“इस तरह के आभासी पैटर्न वाले वर्दी का इस्तेमाल निजी सुरक्षा एजेंसियां भी कर रही हैं। वहीं, अगर कोई अन्य व्यक्ति इस प्रकार की वर्दी पहनकर बलों के कर्मियों के रूप में खुद को छिपाने का प्रयास करता है, तो उसे आसानी से पहचाना जा सकेगा –” एक अधिकारी ने कहा।

मिली जानकारी के अनुसार, नई डिजिटल प्रिंट वाली वर्दी पहले से अधिक कंफर्टेबल, सांस लेने योग्य होगी और हर तरह के मौसम में जवानों को आराम देने वाली होगी।