Firing in Saket Court: दिल्ली के साकेत कोर्ट में हुई सरेआम फायरिंग, महिला पर चली ताबड़तोड़ चार गोलियां, आरोपी वकील हुआ मौके से फरार
सार
- दिल्ली के साकेत कोर्ट परिसर में आज शुक्रवार सुबह एक महिला गोली चला दी गई।
- महिला पर ताबड़तोड़ चार गोलियां चलाई गईं।
- एक SHO ने महिला को जीप में बैठा एम्स पहुंचाया।
- इस फायरिंग पर एक चश्मदीद राजेंद्र झा ने बताई सारी बातें।
- इस घटना पर दिल्ली सीएम केजरीवाल ने एलजी पर साधा। निशाना।
विस्तार
दिल्ली के साकेत कोर्ट में कड़ी सुरक्षा होने के बावजूद आज शुक्रवार सुबह एक शख्स ने एक महिला पर ताबड़तोड़ चार गोलियां चला दी। जिसके बाद पूरे कोर्ट परिसर में हड़कंप मच गया। कोर्ट परिसर के अंदर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाते हैं, साथ ही मेटल डिटेक्टर भी लगे होते हैं। ऐसे में कोई कैसे बंदूक लेकर परिसर में घुसा, यह एक बहुत बड़ा सवाल पैदा कर रहा है।
- वकीलों ने जानकारी देते हुए कहा कि वह महिला किसी केस के सिलसिले में कोर्ट परिसर पहुंची थी।
- लेकिन मेन गेट के प्रवेश द्वार के समीप आते ही महिला को गोली मार दी गई।
- वहीं, हमलावर की पहचान कामेश्वर प्रसाद सिंह उर्फ बिनोद सिंह के रूप में की गई है जो एक वकील है।
- आरोपी वकील को काउंसिल द्वारा एक अलग मामले में निलंबित किया हुआ था।

ताबड़तोड़ चार गोलियां चलाई गईं
- मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी वकील ने महिला पर ताबड़तोड़ चार गोलियां चला दी।
- जो उसके पेट तथा शरीर के अन्य हिस्सों में जा लगीं।
- घटना के दौरान मौके पर मौजूद दिल्ली पुलिस के एक SHO ने महिला को अपनी जीप में बैठाया और एम्स लेकर गए।
- जहां पीड़ित महिला की हालत गंभीर बताई जा रही है।
- वहीं, आरोपी की पहचान कर ली गई है, वह एक हिस्ट्रीशीटर बताया जा रहा है।
- वहीं, गोली चलाने वाले हमलावर का नाम कामेश्वर सिंह उर्फ मनोज सिंह बताया जा रहा है।
- जानकारी के अनुसार, महिला और उस शख्स के बीच पैसों को लेकर पुराना विवाद चल रहा था।
दिल्ली पुलिस ने दिया बयान
दिल्ली पुलिस ने इस घटना पर अपना बयान जारी करते हुए कहा कि “साकेत कोर्ट में सुबह 10.30 बजे फायरिंग की घटना की सूचना मिली। घायल एम राधा नाम की महिला की उम्र 40 से अधिक है। महिला के पेट में दो तथा हाथ में एक गोली लगी है, जिसे मैक्स साकेत अस्पताल ले जाया गया है। आरोपी की पहचान हो गई है। आरोप है कि पीड़िता और अधिवक्ता राजेंद्र झा के खिलाफ साकेत कोर्ट में 420 का मुकदमा दर्ज था, जिसकी आज सुनवाई होनी थी।
प्रत्यक्षदर्शी रणजीत सिंह दलाल के अनुसार कुल 4-5 राउंड फायरिंग की गई। आरोपी कैंटीन के बैक एंट्री गेट के रास्ते फरार हो गया। कानून व्यवस्था का कोई मामला नहीं है, साकेत कोर्ट में स्थिति सामान्य है। आरोपी को पकड़ने के लिए टीमें गठित कर सक्रिय की हैं।”
चश्मदीद ने बताया सारा हाल
साकेत कोर्ट में हुई इस फायरिंग के एक चश्मदीद गवाह राजेंद्र झा ने जानकारी देते हुए कहा कि “हमलावर एक वकील था, हमने हमलावर को रोकने की कोशिश की। उसने पिस्टल तान दी और दहशत फैल गई। हमलावर ने महिला पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी और वह पीड़िता का परिचित था।”
दिल्ली सीएम केजरीवाल ने एलजी पर साधा निशाना
इस घटना के बाद AAP ने दिल्ली के उपराज्यपाल पर हमला बोला और कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया और कहा, “दिल्ली में क़ानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गयी है। दूसरों के कामों में अड़चन करने और हर बात पर गंदी राजनीति करने की बजाय सबको अपने अपने काम पर ध्यान देना चाहिये और अगर नहीं संभलता तो इस्तीफ़ा दे देना चाहिए ताकि कोई और कर ले। लोगों की सुरक्षा रामभरोसे नहीं छोड़ी जा सकती।“

दिल्ली कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने उपराज्यपाल पर निशाना साधा और कहा कि “LG साहब के दो ही काम हैं – पुलिस और DDA। नये LG साहब के आने के बाद दिल्ली की क़ानून व्यवस्था लगातार बद से बदतर होती जा रही है। कोर्ट में ही गोलियाँ चल रही हैं। पुलिस 350 करोड़ के भ्रष्टाचार में डूबी हुई है।”
घटना की जांच में जुटी दिल्ली पुलिस
- उस हमलावर के बारे में दिल्ली पुलिस ने अभी तक कोई जानकारी नहीं दी है।
- किंतु कोर्ट की सुरक्षा पर कई बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं।
- सुबह का समय होने के कारण कोर्ट परिसर में भारी भीड़ थी।
- हमलावर द्वारा महिला को बेहद नजदीक से गोली मारी गई थी।
- गोली मारने के बाद हमलावर मौके से फरार भी हो गया।
- इस घटना की जांच को लेकर पुलिस द्वारा कई अलग – अलग टीमें बनाई गई हैं।
- जिसके बाद, इस बात का पता लगाया जा रहा है कि आखिर हमलावर कोर्ट में दाखिल हुआ कैसे।
- साथ ही, तमाम पीसीआर वैन कोर्ट परिसर के बाहर पहुंच चुकी हैं।
- साथ ही, कोर्ट परिसर में पुलिस के सीनियर अफसर भी मौजूद हैं।

वकील संघ के महासचिव एडवोकेट ने जारी किया बयान
General Secretary of North Delhi Lawyers Association एडवोकेट विनीत जिंदल ने इस घटना के बाद बयान जारी करते हुए कहा, “जिला अदालतों में सुरक्षा में चूक वादियों और अधिवक्ताओं के लिए बड़ी चिंता का विषय है। दिल्ली उच्च न्यायालय ने भी सुरक्षा चूक पर ध्यान दिया और दिल्ली पुलिस को निर्देश जारी किया लेकिन सुरक्षा चूक अभी भी जारी है। दिल्ली की अदालतों को अत्याधुनिक उपकरणों के साथ समर्पित सुरक्षा यूनिट की आवश्यकता है, तभी हम दिल्ली की अदालतों में सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं।
न्यायाधीशों, अधिवक्ताओं और वादकारी जो न्यायालयों में जाते हैं उन्हें विश्वास होना चाहिए कि न्यायिक प्रक्रिया के दौरान उनका जीवन खतरे में नहीं है। दिल्ली की अदालतों में बार-बार गोलीबारी की घटनाएं वादियों, वकीलों और यहां तक कि जजों के लिए भी डराने वाली हैं, इस तरह की जानलेवा घटनाओं का न्यायिक व्यवस्था पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।”
इससे पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना
- इससे पहले 22 अप्रैल 2022 को रोहिणी कोर्ट में भी एक ऐसी ही घटना हुई थी।
- जहां कोर्ट की सुरक्षा में तैनात हुए पुलिसकर्मियों के बीच सुरक्षा जांच के दौरान कहासुनी हो गई थी।
- जिसके बाद, वहां फायरिंग भी हुई।
- इस फायरिंग में 2 वकीलों को गोली भी लगी थी।
- इसके पहले सिंतबर 2021 में भी रोहिणी कोर्ट में एक गैंगवार की घटना हुई थी।
- इस गोलीबारी में टिल्लू ताजपुरिया गैंग के दो आदमियों ने जितेंद्र मान उर्फ गोगी (गोगी गैंग का सरगना) की हत्या कर दी थी।
- हालांकि, पुलिस द्वारा गोली चलाने वाले दोनों बदमाशों को ढेर कर दिया था।
- आज हुई घटना में भी हमलावर वकील की ड्रेस पहनकर कोर्ट के अंदर दाखिल हो गया था।