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India Vs China Population 2023: भारत बना विश्व का सबसे अधिक आबादी वाला देश, भारत ने चीन को छोड़ा पीछे; जानें चौंकाने वाला आंकड़ा

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India Vs China Population 2023: भारत बना विश्व का सबसे अधिक आबादी वाला देश, भारत ने चीन को छोड़ा पीछे; जानें चौंकाने वाला आंकड़ा

सार

  • भारत की जनसंख्या चीन की मुकाबले 2.9 मिलियन अधिक बढ़  गई है।
  • UNFPA द्वारा इसके आकंड़े जारी कर दिए गए हैं।
  • भारत वििश्व का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बन चुका है।
  • भारत में 15 से 64 वर्ष तक के लोगों की संख्या 68 प्रतिशत तक है।
  • UN ने पिछले वर्ष ही इस बात का दावा कर दिया था।

विस्तार

India Vs China Population 2023: भारत अब आबादी के मामले में चीन को पछाड़ कर आगे बढ़ गया है। UN के आंकड़ों के अनुसार भारत अब विश्व में सबसे अधिक आबादी वाला देश बन चुका है। वर्तमान में भारत की आबादी 142.86 करोड़ तक पहुंच चुकी है जबकि वहीं, चीन की आबादी 142.57 करोड़ की है। वर्तमान में भारत की आबादी 29 लाख तक बढ़ गई है। ये पहली बार है कि भारत की जनसंख्या 1950 के बाद से चीन से आगे निकल गई है। UN ने पिछले वर्ष ही इस बात का अनुमान लगा लिया था कि अगले वर्ष तक भारत चीन को छोड़कर सबसे अधिक आबादी वाला देश बन जाएगा।

डेमोग्राफिक इंडिकेटर्स की श्रेणी में ये आंकड़े

इस बार में NFPA की ‘द स्टेट ऑफ वर्ल्ड पॉपुलेशन रिपोर्ट, 2023’ ने बुधवार को अपनी एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट का नाम ‘8 बिलियन लाइव्स, इनफिनिट पॉसिबिलिटीज: द केस फॉर राइट्स एंड चॉइस’ है। यह आंकड़े ‘डेमोग्राफिक इंडिकेटर्स’ की श्रेणी में दिए गए हैं।

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UNFPA के मीडिया सलाहकार ने क्या कहा

UNFPA के मीडिया सलाहकार अन्ना जेफरीज ने जानकारी देते हुए कहा कि, ‘हां, यह स्पष्ट नहीं है कि भारत ने चीन को कब पीछे छोड़ा है.’ जेफरीज ने कहा, ‘दरअसल दोनों देश की तुलना करना काफी कठिन है। क्योंकि दोनों देशों के डाटा कलेक्शन में थोड़ा अंतर है।’ 

साथ ही उन्होंने कहा कि इस रिपोर्ट में यह साफ है कि चीन की आबादी पिछले साल अपने चरम पर पहुंच गई और अब इसमें गिरावट आने लगी है। वहीं भारत की आबादी फिलहाल बढ़ रही है। हालांकि भारत की आबादी के ग्रोथ रेट में भी 1980 के बाद से गिरावट देखी जा रही है। इसका मतलब यह है कि भारत की आबादी बढ़ रही है लेकिन इसकी दर पहले के मुकाबले अब कम हो गई है।

तीन देशों के महत्वपूर्ण आंकड़े

भारत
  •  जनसंख्या – 142 करोड़ 86 लाख
  • क्षेत्रफल – 32 लाख 87 हज़ार 590 स्कवेयर किलोमीटर
  • कुल जमीन – 29 लाख 73 हज़ार 190 स्कवेयर किलोमीटर
चीन
  • जनसंख्या – 142 करोड़ 57 लाख
  • क्षेत्रफल – 97 लाख 6 हज़ार 961 स्कवेयर किलोमीटर
  • कुल जमीन 93 लाख 88 हज़ार 211 स्कवेयर किलोमीटर

भारत और चीन की आबादी में अंतर

संयुक्त राष्ट्र अमेरिका
  • जनसंख्या – 34 करोड़
  • क्षेत्रफल – 93 लाख 72 हज़ार 610 स्क्वेयर किलोमीटर
  • कुल जमीन – 91 लाख 47 हज़ार 420 स्क्वेयर किलोमीटर

भारत और चीन में सबसे अधिक इनकी जनसंख्या

भारत
  • 25% जनसंख्या – 0 से 14 साल के लोग
  • 18% जनसंख्या 10 से 19 साल के लोग
  • 26% जनसंख्या 10 से 24 साल के लोग
  • 68% जनसंख्या 15 से 64 साल के लोग
  • 7% जनसंख्या 65 से ऊपर के लोग हैं।
चीन
  • 17% आबादी 0 से 14 साल के बीच
  • 12% आबादी 10 से 19 साल के बीच
  • 18% आबादी 10 से 24 साल के बीच
  • 69% आबादी 15 से 64 साल के बीच
  • 14% आबादी 65 से ऊपर के लोगों की संख्या है।

भविष्य में 166 करोड़ आबादी होने का अनुमान

अमेरिकी सरकार की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत की आबादी –

  • 18वीं सदी में 12 करोड़ की आबादी रही होगी।
  • 1820 – 13.40 करोड़ की आबादी
  • 19वीं सदी तक – 23 करोड़ की आबादी
  • 2001 – 100 करोड़ की जनसंख्या
  • वर्तमान में – 140 करोड़ के करीब की आबादी
  • 2050 तक – 166 करोड़ के करीब की आबादी होने का अनुमान है।
India Vs China Population 2023: भारत बना विश्व का सबसे अधिक आबादी वाला देश, भारत ने चीन को छोड़ा पीछे; जानें चौंकाने वाला आंकड़ा (source census)
भारत की बढ़ती आबादी (source census)

देश की आबादी बढ़ने के तीन मुख्य कारण

Union Ministry of Health के हेल्थ मैनेजमेंट इन्फोर्मेशन सिस्टम (HMIS) की 2021-22 के अनुसार –

  • पहला- नवजात मृत्यु दर में कमी अर्थात 28 दिन की उम्र तक के बच्चों की मौत में कमी।
  • दूसरा- शिशु मृत्यु दर में कमी अर्थात एक साल से कम आयु के बच्चों की मौत में कमी।
  • तीसरा- अंडर-5 मोर्टेलिटी रेट कम होना अर्थात पांच साल से कम उम्र के बच्चों की मौतों में भी कमी।
चीन के जन्म दर ने आई कमी

इस रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 2012 में नवजात मृत्यु दर प्रति एक हजार बच्चों पर 29 थी जो अब घटकर 20 पर आ गई है। उसी तरह शिशु मृत्यु दर भी प्रति 1 हजार बच्चों पर 42 थी, जो 2020 में घटकर 28 पर आ गई है। वहीं, अंडर-5 मोर्टेलिटी भी 2012 में प्रति एक हजार बच्चों पर 52 थी, जो 2020 में घटकर 32 हो गई है।

वहीं दूसरी तरफ चीन में जन्म दर में कमी आ गई है। चीन के सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 2022 में देश में जन्म दर प्रति हजार लोगों पर 6.77 थी, जबकि 2021 में 7.52 थी। 1949 के बाद से ये पहली बार था जब चीन में जन्म दर में गिरावट देखने को मिला।

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भारत में जन्म ले रहे बच्चों का चौकाने वाला आंकड़ा

  • UN का अनुमान के अनुसार, भारत में प्रत्येक वर्ष लगभग ढाई करोड़ बच्चे ले रहे हैं जन्म।
  • वहीं, सबसे अधिक आबादी वाला देश चीन, वहां इसके लगभग आधे बच्चे होते हैं पैदा।
  • 2022 में चीन में 95 लाख बच्चों ने जन्म लिया था।
  • वहीं, 2021 की तुलना में ये तकरीबन 10% की गिरावट थी।
वहीं, भारत के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ताजा रिपोर्ट के अनुसार –
  • 2021-22 में 2.03 करोड़ से अधिक बच्चों का जन्म हुआ मतलब प्रतिदिन औसतन 56 हजार बच्चो का जन्म।
  • 2020-21 में दो करोड़ से कुछ ज्यादा बच्चों का जन्म हुआ मतलब 2020-21 की तुलना में 1.32 लाख अधिक बच्चों का जन्म हुआ।
  • ये आंकड़ा बेहद ही चौौंकाने वाला है क्योंकि अगर वििश्व के 78 देशों की आबादी को जोड़ा जाए तो ये संख्या दो करोड़ से कुछ अधिक ही होगा।

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