Karela Benefits and Side Effects: करेले खाने के फायदे और नुकसान; जानें फायदेमंद करेले के कुछ नुकसानदायक गुण
Concept
- करेला क्या है?
- इसमें पाए जाने वाले औषधीय गुण
- अलग – अलग भाषाओं में इसके नाम
- दुनिया भर में अनेकों नामों से भी जाना जाता है करेला को
- इसके सेवन के फायदे
- करेले खाने के अन्य फायदे
- करेले के अधिक सेवन से नुकसान
- इसे खाने का सही तरीका
- करेले की तासीर
करेला क्या है?
करेला एक ऐसा सब्जी है स्वाद में भले ही कड़वा हो लेकिन अपने स्वास्थ्य-लाभ के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है। इसके सेवन से कई स्वास्थ लाभ होते है। जैसे – मधुमेह, बवासीर, श्वसन स्वास्थ्य में सुधार और त्वचा के स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है। इसके अलावा भी कई ऐसी बीमारियां हैं जो करेले से ठीक होती हैं। करेले में सूजन को कम करने वाले एंटीफंगल, एंटीबायोटिक, एंटी-एलर्जिक, एंटीवायरल और एंटीपारासिटिक जैसे गुण पाए जाते हैं। शायद यही कारण है जिससे कड़वा स्वाद होने के बाद भी यह लोगों को बहुत पसंद आता है।
इसमें पाए जाने वाले औषधीय गुण
करेला एक सब्जी और औषधि दोनो ही है , जिसमे प्रचुर मात्रा में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, आयरन, फास्फोरस, मैग्नीशियम, मैंगनीज, फोलेट, विटामिन ए, विटामिन सी और विटामिन बी पाया जाता है। इसमें अच्छी मात्रा में फाइबर पाया जाता है और कैलोरी भी कम होती है। यह लिनोलेनिक एसिड (एक आवश्यक, ओमेगा-6 फैटी एसिड) और फोलिक एसिड का भी एक अच्छा स्रोत है।

अलग – अलग भाषाओं में इसके नाम
करेला का वानस्पतिक नाम मोमोर्डिका चरांशिया (Momordica charantia L, Syn-Momordicachinensis Spreng, Momordica indica Linn) है, और यह कुकुरबिटेसी प्रजाति का हैं।
दुनिया भर में अनेकों नामों से भी जाना जाता है करेला को –
- Hindi– करेला, करैला, करइला, करेली
- Urdu– करेला
- English– Bitter squash, Balsam pear, Wild cucumber, Bitter gourd
- Sanskrit– कारवेल्ली, वारिवल्ली, बृहद्वल्ली, पीतफला, पीतपुष्पा, सूक्ष्मवल्ली, कण्टफला, अम्बुवल्लिका, कारवेल्लक, कटिल्लक
- Oriya– करेना, कालरा, सलारा
- Assamese– काकीरल, काकरल
- Kannada– हगलाकायी, करंट
- Gujarati– करेला, करेलु
- Telugu– काकरा, उरकाकरा, पाकल
- Tamil– पावक्काचेडी, पावक्कयी, पावल
- Bengali– करला, बड़मसिया, उच्छे, जेटुआ
- Punjabi– करेला, करीला
- Marathi– करेले, कारली
- Malayalam– कायप्पावल्ली, पावक्काचेटी
- Nepali– करेला
- Persian– करेलाह, सिमहेंग
- Arabic– क्यीसाउलबर्री, उल्हीमर, खयार करिल्ला
इसके सेवन के फायदे
- मधुमेह को नियंत्रित करता है।
- खून को साफ करता है।
- लिवर को स्वस्थ रखता है।
- मोटापे से बचाता है।
- वजन घटाने में सहायक है।
- हृदय रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद होता है।
- शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करता है ।
- इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है।
- कैंसर जैसी बड़ी बीमारी से भी बचाव करता है।
- आंत के कीड़ों को खत्म करता है ।
- बवासीर के रोगियों के लिए भी फायदेमंद होता है।
- त्वचा संबंधी रोगों या त्वचा के संक्रमण, जैसे- एक्जिमा और सोरायसिस के लिए लाभदायक होता है।
- आंखों के लिए फायदेमंद।

करेले खाने के अन्य फायदे
- करेले में विटामिन ए और बीटा कैरोटीन मौजूद होने के कारण यह उम्र से संबंधित मैकुलर अपघटन और मोतियाबिंद जैसी अन्य आँखों की समस्याओं को रोकने में मदद करता है।
- HIV रोगियों के लिए करेले के जूस का नियमित सेवन उनकी स्थिति में काफी सुधार ला सकता है।
- इसके रस का सेवन पाचन को सुधारता है। यह एंजाइमों का उत्पादन बढ़ता है जो पाचन प्रक्रिया में सहायता करते हैं।
- नियमित मात्रा में करेला खाने से यह आपको ऊर्जा प्रदान कर सकता है। करेला हमारे शरीर में ऊर्जा के स्तर को बढ़ाता है और सुस्त महसूस करने से रोकता है।
करेले के अधिक सेवन से नुकसान
- जिनका ब्लड शुगर लेवल कम होता है उनके लिए करेला नुकसानदायक होता है।
- गर्भावस्था के दौरान करेले का अधिक सेवन गर्भस्थ शिशु को नुकसान पहुंचा सकता है।
- करेला लीवर को स्वस्थ रखता है लेकिन रोजाना करेले का सेवन लिवर के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
- करेला का अधिक उपयोग करने से डायरिया या उल्टी की समस्या बढ़ सकती है।
- जो लोग करेले को फायदेमंद समझकर रोजाना उसका सेवन करते है, उन्हें रोजाना करेला के सेवन से बचना चाहिए।

इसे खाने का सही तरीका
- करेले की सब्जी हर घर में बनाकर खाई जाती है।
- हमेशा करेले की सब्जी या फिर इसका जूस बनाने से पहले करेले को अच्छी तरह से ठन्डे पानी से धो लें।
- करेले की कड़वाहट को कम करने के लिए, 10 मिनट के लिए नमक के पानी में करेले के टुकड़े भीगने के लिए छोड़ दें और फिर खाना पकाने के लिए इसका इस्तेमाल करें।
- करेले के जूस के स्वाद में सुधार करने के लिए, आप इसमें शहद, गाजर या सेब का रस मिला सकते हैं।
- हफ्ते में अधिक से अधिक 2 या 3 दिन ही इसका उपयोग करना चाहिए।
- करेले का उपयोग अचार बनाने के लिए भी किया जाता है।
- इसका जूस काफी स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है।
- वहीं, करेले को सारी सब्जियों के साथ मिलाकर एक स्वादिष्ट सब्जी के रूप में भी पकाया जा सकता है।
करेले की तासीर
- करेले की तासीर बहुत गर्म होती है।
- इसका जूस पेट के दर्द को ठीक करता है।
- इसका नियमित सेवन करना शरीर के लिए काफी फायदेमंद होता है।
- किंतु ध्यान रखें की इसका अधिक सेवन शरीर के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।
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