Mobile Phone Banned: क्लासरूम में मोबाइल फोन को किया गया बैन, दिल्ली सरकार ने लिया बड़ा फैसला; मोबाइल के इस्तेमाल को लेकर जारी की गई एडवाइजरी
सार
- दिल्ली सरकार द्वारा स्कूल में मोबाइल के इस्तेमाल को लेकर एक बड़ा फैसला लिया गया है।
- एडवाइजरी में ज्यादा फोन के इस्तेमाल को लेकर कही गई जरूरी बातें।
- पढ़ाई पर पड़ सकता है इसका बुरा असर।
Mobile Phones Ban in Classroom: दिल्ली सरकार ने कक्षा में मोबाइल फोन के प्रयोग पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है। वहीं, शिक्षकों को कक्षा में पढ़ाने के दौरान मोबाइल का प्रयोग करने को लेकर परहेज करने को कहा है। दिल्ली सरकार की ओर से एक एडवाइजरी जारी की गई है।
जिसमें कहा गया है कि-
- मोबाइल फोन आज के जीवन में सबसे अधिक उपयोग किए जाने वाले गैजेट में से एक है।
- चाहे वे छात्र हों, शिक्षक हों, पेशेवर हों या कोई अन्य हो।
- इसलिए, हम सबके लिए तकनीकी चीजों पर अत्यधिक निर्भरता पर विचार करना बेहद जरूरी है।
- इसके पॉजिटिव और निगेटिव दोनों नतीजे हो सकते हैं।
- स्मार्टफोन के अधिक इस्तेमाल से अवसाद, चिंता, सामाजिक अलगाव, अति-सक्रियता, अति-तनाव, उच्च स्तर पर हो सकता है।
- नींद की कमी और कमजोर दृष्टि जैसे परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
"Parents are requested to ensure that their wards do not carry mobile phones in the school premises…mobile phones should strictly not be allowed in the classrooms," says Delhi govt's advisory on restrictions on the use of mobile phones in school premises. pic.twitter.com/OtTCLpMbgN
— Press Trust of India (@PTI_News) August 10, 2023
जारी की गई एडवाइजरी में कही गई ये बातें
मोबाइल फोन के प्रयोग को लेकर जारी किए गए एडवाइजरी में ये भी कहा गया है कि-
- यह सीखने की प्रक्रिया में विकर्षण पैदा कर सकता है।
- वहीं, शैक्षणिक प्रदर्शन, जीवन संतुष्टि, आमने-सामने बातचीत की गुणवत्ता, कनेक्शन और निकटता पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
- इसके अलावा, धमकाने और उत्पीड़न की घटनाएं, तस्वीरें खींचने वाली स्पष्ट छवियों का प्रसारण है।
- अनुचित सामग्री रिकॉर्ड करना या अपलोड करना भी संभवतः नकारात्मक है।
- सामाजिक ताने-बाने के साथ-साथ बच्चे के भविष्य के लिए भी हानिकारक है।

इसके अलावा एडवाइजरी में कहा गया है कि-
- इसलिए, स्कूल परिसर में मोबाइल फोन के उपयोग को निश्चित रूप से विनियमित करने की आवश्यकता है।
- इसके अलावा स्कूली शिक्षा से जुड़े सभी हितधारकों जैसे छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों और स्कूल प्रमुखों को अपने स्कूल परिसर में मोबाइल फोन के न्यूनतम उपयोग पर आम सहमति बनाने की जरूरत है।
- ताकि स्कूल कक्षा में अधिक सार्थक सीखने का माहौल बनाए रखा जा सके।
- जो छात्रों के लिए बेहतर माहौल और स्कूल का माहौल बनाता है।

बच्चो के पेरेंट्स से की गई अपील
- सरकार ने पैरेंट्स से इसको लेकर अपील की है।
- कहा कि वे सुनिश्चित करें कि उनके बच्चे स्कूल में मोबाइल तो लेकर नहीं आए।
- यदि छात्र स्कूल में मोबाइल लाते हैं तो उसके लिए लॉकर या अन्य व्यवस्था होनी चाहिए।
- जहां मोबाइल को जमा किया जा सके।
- वहीं, स्कूल की छुट्टी के दौरान छात्र को वे वापस किया जा सके।
- कक्षा में मोबाइल फोन ले जाने को लेकर सख्ती से मनाही होनी चाहिए।
- वहीं, शिक्षकों और दूसरे कर्मचारियों को भी शैक्षणिक गतिविधियों के दौरान मोबाइल का इस्तेमाल नही करना चाहिए।
- शिक्षकों को कक्षाओं, खेल के मैदानों, लैब और पुस्तकालय में मोबाइल से दूरी बनानी चाहिए।