J&K Lithium Reserves: जम्मू कश्मीर में मिला लिथियम का बेशकीमती भंडार, 59 लाख टन का खजाना।
हाइलाइट
- जम्मू कश्मीर में मिला 59 लाख टन लिथियम का भंडार।
- वर्तमान में इस लिथियम की कीमत 3,384 अरब रुपये है।
- देश बैटरी मैन्युफैक्चरिंग को बूस्ट कर सकता है।
- लिथियम की आपूर्ति करने वाले पांच मुख्य देश।
- तेजी से बढ़ रही लिथियम की डिमांड।
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विस्तार
Lithium Reserve: भारत में लिथियम का एक बड़ा भंडार मिला है। जिसकी वैल्यू अरबों रुपये की है। इस लिथियम भंडार से देश काफी फायदा कमा सकता हैं। जहां विश्वभर के सभी देश ग्रीन एनर्जी पर शिफ्ट होने में लगे हुए है, ऐसे समय में देश में लिथियम का भंडार मिलना बहुत ही बड़ी बात है। लिथियम का प्रयोग कार, फोन और अन्य रिचार्जेबल बैटरी (लिथियम आयन बैटरी) में होता है।
भारत में ये लिथियम का भंडार जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में मिला है। Geological Survey of India के अनुसार जम्मू-कश्मीर में मिला लिथियम भंडार 59 लाख टन का है।
लिथियम किस काम में जरूरी होता है
वर्तमान में, विश्वभर में ग्रीन एनर्जी पर शिफ्ट होने की बातें की जा रही है। कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए ग्रीन एनर्जी को प्रमोट किया जा रहा हैं। जिसमें लिथियम का एक बहुत ही अहम रोल है। लिथियम आयन बैटरी के जरिए रिन्यूएबल एनर्जी को स्टोर किया जा सकता है। जिसके बाद भविष्य में इसका इस्तेमाल भी किया जा सकता है।
लिथियम का इस्तेमाल बैटरी बनाने में होता है जो चार्जेबल होता है और लंबे समय तक चलता है। बैटरी में दूसरे मेटल्स का भी उपयोग होता हैं, लेकिन इसमें लिथियम एक अहम रोल निभाता है।
भारत में लिथियम का इतना बड़ा भंडार मिलने से देश बैटरी मैन्युफैक्चरिंग को बूस्ट कर सकता है। इस लिथियम के भंडार के मिलने से भारत की स्थिति मजबूत हो सकती है।

जानें लिथियम की कीमत
लिथियम की कीमत बदलती रहती है। जिस प्रकार शेयर मार्केट में प्रतिदिन हर कंपनी के शेयर की वैल्यू तय होती है, उसकी प्रकार से कमोडिटी एक मार्केट है। जिसमें मेटल की वैल्यू तय होती है। जैसे: मान लीजिए अगर Lithium की वैल्यू 4,72,500 युआन प्रति टन है तो भारतीय मुद्रा के हिसाब से लगभग 57,36,119 (57.36 लाख) रुपये होगा।
इस हिसाब से भारत में 59 लाख टन लिथियम का बेशकीमती भंडार मिला है। तो इसकी वैल्यू 33,84,31,021 लाख रुपये (3,384 अरब रुपये) होगी। ये वैल्यू आज के रेट पर निर्भर है। ग्लोबल मार्केट के साथ इसकी कीमत में हर वक्त बदलाव होता रहता है।
लिथियम के सबसे बड़े भंडार किन देशों में
चिली – 9.2 मिलियन टन
भारत (लिथियम रिजर्व मिलने के बाद) – 5.9 मिलियन टन
ऑस्ट्रेलिया – 5.7 मिलियन टन
अर्जेंटीना – 2.2 मिलियन टन
चीन – 1.5 मिलियन टन
अमेरिका – 0.9 मिलियन टन
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लिथियम की आपूर्ति करने वाले पांच मुख्य देश
ऑस्ट्रेलिया – 52%
चिली – 25%
चीन – 13%
अर्जेंटीना – 6%
ब्राज़ील – 1%
तेजी से बढ़ती इसकी डिमांड
आज के समय में, दुनियाभर के ज्यादातर देश ग्रीन एनर्जी पर शिफ्ट होने में लगे हुए हैं। ऐसे में लिथियम की वैल्यू का बढ़ना स्वाभाविक सी बात है। रिपोर्ट्स के मुताबिक वर्ष 2000 से 2015 के बीच लिथियम की डिमांड में 30 % तक की बढ़ोतरी हुई है।
वहीं अगर देखा जाए तो 2015 के मुकाबले 2025 में इसकी डिमांड 1,000% बढ़ने के चांसेज है। ऐसे में इसकी कीमत का बढ़ना तय है। भारत में लिथियम का उत्पादन बढ़ने से भविष्य में बैटरी की कीमतों में गिरावट हो सकती है। इससे भविष्य में पेट्रोल और डिजल का खर्च तो कम होगा ही, साथ ही प्रदुषण भी घटेगा।